प्रस्तावना
हर लोग जो स्मोकिंग के आदी हो जाते है, उन सबके कारण ज्यादातर मुर्खता से भरपूर होते है। ऐसा सिगरेट न पीनेवाले को लगता है। मगर जिसे सिगरेट की आदत होती है, उसके लिए चिंता की बात होती है।
कैसे आदी हुआ
मैं पहले हस्तमैथुन करने के लिए (VGS)"विडियो ऑफ गर्ल्स स्मोकिंग" देखा करता था। फिर ऐसा लगा की ये लडकिया पी रहे है, तो फिर मैं क्यो नहिं? यही कारण है, की मैं सिगरेट का आदी हो गया था। मैने जैसा पहले सोचा था, उससे सिगरेट ३-४ गुना ज्यादा खराब निकली।
कैसे छोडी
कुछ दिनो के बाद मुजे प्रतित हुआ की, घर से इतना दूर रहता हुं वह पढाई के लिए, न की इस लत के लिए। मेरे पीछे घर से लाखो रूपये ईन्वेस्ट किये है और वहा की आर्थिक परिस्थिति भी ठिक नहिं है। मै यदी घर में अच्छा रिझल्ट नहिं दे सकता, तो कोई बात नहिं मगर अकेलेपन का फायदा उठाकर गंदी आदत में पड जाना ठीक नहिं है।
उपसंहार
आप किसी गलत काम को अकेलेपन में करते है, तो वह आपकी कायरता है।
हर लोग जो स्मोकिंग के आदी हो जाते है, उन सबके कारण ज्यादातर मुर्खता से भरपूर होते है। ऐसा सिगरेट न पीनेवाले को लगता है। मगर जिसे सिगरेट की आदत होती है, उसके लिए चिंता की बात होती है।
कैसे आदी हुआ
मैं पहले हस्तमैथुन करने के लिए (VGS)"विडियो ऑफ गर्ल्स स्मोकिंग" देखा करता था। फिर ऐसा लगा की ये लडकिया पी रहे है, तो फिर मैं क्यो नहिं? यही कारण है, की मैं सिगरेट का आदी हो गया था। मैने जैसा पहले सोचा था, उससे सिगरेट ३-४ गुना ज्यादा खराब निकली।
कैसे छोडी
कुछ दिनो के बाद मुजे प्रतित हुआ की, घर से इतना दूर रहता हुं वह पढाई के लिए, न की इस लत के लिए। मेरे पीछे घर से लाखो रूपये ईन्वेस्ट किये है और वहा की आर्थिक परिस्थिति भी ठिक नहिं है। मै यदी घर में अच्छा रिझल्ट नहिं दे सकता, तो कोई बात नहिं मगर अकेलेपन का फायदा उठाकर गंदी आदत में पड जाना ठीक नहिं है।
उपसंहार
आप किसी गलत काम को अकेलेपन में करते है, तो वह आपकी कायरता है।
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